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रक्षा मंत्रालय ने पिनाका रॉकेट लांचर खरीदने के लिए 2580 करोड़ का किया समझोता किया

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने अभी फैसला लिया कि वो छह सेना रेजीमेंटों के लिए पिनाका रॉकेट लॉन्चर खरीदने के लिए भारतीय Company के साथ 2580Cr. रुपए का अनुबंधन किया है ओर उस पर हस्ताक्षर किया है। ये पुरा कार्यक्रम Make in India के तहत किया गया है।


श्री राजनाथ सिंह (रक्षा मंत्री)ओर निर्मला सीतारमण (केंद्रीय वित्त मंत्री) से उचित अनुमोदन के बाद ही हस्ताक्षर किए थे ।

रक्षा मंत्रालय की अधिग्रहण विंग ने 21 ऑगस्ट  2020 को  लासॅन एंड टुब्रो (L&T), टाटा power कंपनी लिमिटेड (TPCL) ओर भारत अर्थ मुवर्स लिमिटेड(BEML) सहित दूसरी अन्य कंपनी के साथ गठबंधन किया ओर उनके साथ अनुबंधन  पर हसताक्षर किया है।यह एक आधिकारिक बयान के माध्यम से मंत्रालय द्वारा सूचित किया गया था ।



•इस डील के तहत, रक्षा मंत्रालय 6 पिनाक रेजिमेंट्स की खरीद करेगा, जिसमें 114 रॉकेट लॉन्चर्स के साथ-साथ स्वचालित बंदूक लक्ष्य और स्थिति निर्धारण प्रणाली (AGAPS) होंगे और टाटा पावर कंपनी लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो के 45 कमांड पोस्ट होंगे.

• भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड मंत्रालय को ऐसे 33 वाहन प्रदान करेगा, जिन पर रॉकेट लॉन्चर लगाए होंगे.

• भारतीय सेना के रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी को इन 6 पिनाका रेजिमेंट्स की आपूर्ति की जाएगी । वे सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाने के लिए चीन और पाकिस्तान के साथ भारत की उत्तरी और पूर्वी सीमाओं पर तैनात किए जाएंगे ।

• पिनाका रेजीमेंट्स का इंडक्शन वर्ष 2024 तक पूरा किए  जाने की योजना है. इन हथियार प्रणालियों में 70% स्वदेशी सामग्री होगी 

 •  भारत सरकार के तत्वावधान में सार्वजनिक-निजी भागीदारी को प्रदर्शित करेगा, जो अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों को बनाने में एक आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए बहुत आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करेगा.

पिनाका एक एकाधिक रॉकेट लॉन्चर प्रणाली है, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी तौर पर डिजाइन किया गया है.

मार्क- I के लिए सिस्टम की अधिकतम सीमा 40 किमी और मार्क- II मिसाइलों के लिए 75 किमी है. यह रॉकेट लॉन्चर सिस्टम आसान गतिशीलता के लिए एक टाट्रा ट्रक के ऊपर रखा जा सकता है।

इस पिनाका रॉकेट लॉन्चर का उपयोग कारगिल युद्ध के दौरान किया गया था, जहां यह पहाड़ की चोटी पर दुश्मन की उपस्थिति को समाप्त करने में सफल रहा था. तब से, इसे बड़ी संख्या में भारतीय सेना में शामिल किया गया है.

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